मैं तो आरती उतारूँ रे, संतोषी माता की Shri Santoshi Mata Bhajan Lyrics – Hindi & English

जय संतोषी माँ! यदि आप शुक्रवार के पावन अवसर पर श्री संतोषी माता की भजन (Shri Santoshi Mata Bhajan) के शुद्ध बोल हिंदी और इंग्लिश में खोज रहे हैं, तो यह ब्लॉग आपके लिए ही है।

हिन्दू धर्म में शुक्रवार (Friday) का दिन माँ संतोषी को समर्पित है। मान्यता है कि जो भक्त ‘सोलह शुक्रवार’ (16 Fridays) का व्रत पूरी श्रद्धा से रखते हैं और अंत में “मैं तो आरती उतारूँ रे, संतोषी माता की” का गायन करते हैं, उनके घर में सुख, शांति और संतोष का वास होता है। माँ संतोषी अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं, चाहे वह विवाह हो, संतान प्राप्ति हो, या धन-समृद्धि।

इस पोस्ट में हमने आपके पूजा अनुष्ठान को सफल बनाने के लिए संतोषी माता भजन के लिरिक्स हिंदी (Hindi) और हिंग्लिश (English) दोनों में उपलब्ध कराए हैं। साथ ही, आपकी सुविधा के लिए एक निःशुल्क PDF (Free PDF) भी दिया गया है, जिसे डाउनलोड करके आप नित्य पूजा में इसका पाठ कर सकते हैं।

आइये, माँ की भक्ति में लीन होकर भजन का आरम्भ करें।

श्री संतोषी माता की भजन लिरिक्स हिंदी

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की ।
मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की ।
जय जय संतोषी माता जय जय माँ॥
जय जय संतोषी माता जय जय माँ
जय जय संतोषी माता जय जय माँ

बड़ी ममता है बड़ा प्यार माँ की आँखों मे।
माँ की आँखों मे।
बड़ी करुणा माया दुलार माँ की आँखों मे।
माँ की आँखों मे।
क्यूँ ना देखूँ मैं बारम्बार माँ की आँखों मे।
माँ की आँखों मे।
दिखे हर घड़ी नया चमत्कार आँखों मे।
माँ की आँखों मे।
नृत्य करो झूम झूम, छम छमा छम झूम झूम,
झांकी निहारो रे॥

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की।
मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की।
जय जय संतोषी माता जय जय माँ॥
जय जय संतोषी माता जय जय माँ
जय जय संतोषी माता जय जय माँ

सदा होती है जय जय कार माँ के मंदिर मे।
माँ के मंदिर मे।
नित्त झांझर की होवे झंकार माँ के मंदिर मे।
माँ के मंदिर मे।
सदा मंजीरे करते पुकार माँ के मंदिर मे।
माँ के मंदिर मे।
वरदान के भरे हैं भंडार, माँ के मंदिर मे।
माँ के मंदिर मे।
दीप धरो धूप करूँ, प्रेम सहित भक्ति करूँ,
जीवन सुधारो रे॥

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की।
मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की।
जय जय संतोषी माता जय जय माँ॥
जय जय संतोषी माता जय जय माँ
जय जय संतोषी माता जय जय माँ

Shri Santoshi Mata Bhajan Lyrics in English

Main to aarti utaaroon re Santoshi Mata ki,
Main to aarti utaaroon re Santoshi Mata ki.
Jai Jai Santoshi Mata Jai Jai Maa,
Jai Jai Santoshi Mata Jai Jai Maa,
Jai Jai Santoshi Mata Jai Jai Maa.

Badi mamta hai, bada pyaar Maa ki aankhon mein,
Maa ki aankhon mein.
Badi karuna, maya, dulaar Maa ki aankhon mein,
Maa ki aankhon mein.
Kyun na dekhoon main baar-baar Maa ki aankhon mein,
Maa ki aankhon mein.
Dikhe har ghadi naya chamatkaar aankhon mein,
Maa ki aankhon mein.
Nritya karo jhoom-jhoom, chham chhama chham jhoom-jhoom,
Jhaanki nihaaro re.

Main to aarti utaaroon re Santoshi Mata ki,
Main to aarti utaaroon re Santoshi Mata ki.
Jai Jai Santoshi Mata Jai Jai Maa,
Jai Jai Santoshi Mata Jai Jai Maa,
Jai Jai Santoshi Mata Jai Jai Maa.

Sada hoti hai jai-jai kaar Maa ke mandir mein,
Maa ke mandir mein.
Nitt jhanjhar ki hove jhankaar Maa ke mandir mein,
Maa ke mandir mein.
Sada manjire karte pukaar Maa ke mandir mein,
Maa ke mandir mein.
Vardaan ke bhare hain bhandaar Maa ke mandir mein,
Maa ke mandir mein.
Deep dharo, dhoop karoon, prem sahit bhakti karoon,
Jeevan sudhaaro re.

Main to aarti utaaroon re Santoshi Mata ki,
Main to aarti utaaroon re Santoshi Mata ki.
Jai Jai Santoshi Mata Jai Jai Maa,
Jai Jai Santoshi Mata Jai Jai Maa,
Jai Jai Santoshi Mata Jai Jai Maa.

यहाँ श्री संतोषी माता की आरती के लाभ (Benefits) का सेक्शन दिया गया है। इसे आप अपनी पोस्ट में ‘Download PDF’ बटन के ठीक ऊपर लगायें। यह पाठकों को व्रत का महत्व समझाएगा।

श्री संतोषी माता की भजन करने के लाभ

माँ संतोषी का नाम ही ‘संतोष’ (Satisfaction) प्रदान करने वाला है। शुक्रवार के दिन पूरी श्रद्धा के साथ ‘मैं तो आरती उतारूँ रे’ का गायन करने से भक्तों को विशेष फल की प्राप्ति होती है:

  • मनोकामना पूर्ति: जो भक्त 16 शुक्रवार (Solah Shukrawar) तक माँ का व्रत रखते हैं और नियम से आरती करते हैं, उनकी सभी अधूरी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
  • सुख-शांति का वास: इस आरती के प्रभाव से घर में कलह-क्लेश समाप्त होता है और परिवार में आपसी प्रेम और शांति बनी रहती है।
  • विवाह और संतान सुख: कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर पाने के लिए और निसंतान दंपत्तियों को संतान प्राप्ति के लिए संतोषी माता की भजन का पाठ विशेष फलदायी माना गया है।
  • व्यापार और धन में बरकत: माँ संतोषी की कृपा से घर में कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती और दरिद्रता दूर भागती है।
  • मानसिक तनाव से मुक्ति: यदि मन बेचैन रहता हो, तो शुक्रवार को गुड़ और चने (Gud-Chana) का भोग लगाकर यह आरती गाने से मानसिक शांति मिलती है।

विशेष नोट: संतोषी माता के व्रत और पूजा वाले दिन खटाई (खट्टी चीजें) खाना या खिलाना पूर्णतः वर्जित माना जाता है।

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(Free Download • Hindi & English Lyrics)

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