Karpur Gauram Aarti Lyrics

कर्पूर गौवरम् आरती भगवान शिव (Lord Shiva) की एक अत्यंत पवित्र और लोकप्रिय शिव आरती (Shiv Aarti) है, जो उनके दिव्य, शांत और करुणामय स्वरूप की स्तुति करती है। “कर्पूर गौवरम्” का अर्थ है — जो कपूर (Camphor) के समान श्वेत, उज्जवल और पवित्र हैं। यह कर्पूर गौवरम् स्तोत्र या महादेव आरती प्रायः शिव पूजा, महाशिवरात्रि और आरती समारोहों में गाई जाती है।

इस आरती का नियमित पाठ (Chanting of Karpur Gauram Aarti) करने से मन को शांति, आत्मिक शक्ति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। माना जाता है कि कर्पूर गौवरम् आरती के श्रवण से नकारात्मकता, भय और कष्ट दूर होते हैं तथा जीवन में भक्ति, समृद्धि और शांति का वास होता है। यह आरती भगवान भोलेनाथ के प्रति श्रद्धा और प्रेम की सुंदर अभिव्यक्ति है।

त्वमेव माता च पिता त्वमेव ।
त्वमेव बंधुक्ष्च सखा त्वमेव ।
त्वमेव विध्या द्रविणं त्वमेव ।
त्वमेव सर्वं मम देवदेव॥

कर्पूरगौरं करुणावतारं ।
संसारसारं भुजगेन्द्रहारम् ।
सदावसन्तं हृदयारविन्दे ।
भवं भवानीसहितं नमामि ॥

लिलम नमोस्यं मलगो मलागं ।
सीता समारोह पित्वा नमघाम ।
बाणों र मासा एकचा रुचापम ।
नमामी रामं रघुवन सनातनम ॥

बोल सिया बलराम चंद्र की जय

Tvameva Mata Cha Pita Tvameva
Tvameva Bandhukshcha Sakha Tvameva
Tvameva Vidya Dravinam Tvameva
Tvameva Sarvam Mama Devadev

Karpur Gauram Karunavataram
Sansarasarum Bhujagendraharm
Sadavasantam Hridayaravinde
Bhvam Bhavani Sahitam Namami

Lilam Namosyam Malgo Malagam
Sita Samaroh Pitwa Namagham
Bano R Masa Ekcha Ruchapam
Namami Ramam Raghuwan Sanatanam

Bol Siya Balram Chandr Ki Jai
Bol Siya Balram Chandr Ki Jai

Leave a Comment